How to start a Self Business with no money ? होम-मेड स्टार्टअप कैसे शुरू करे ?


चेन्नई के रहने वाले अजय और उनकी पत्नी सोनम सुराना दोनों खुद का होममेड स्टार्टअप चला रहे हैं। जहां वे अलग-अलग तरह की चटनी, आचार और कई तरह के pruducts मार्केटिंग कर रहे हैं। दो साल पहले चेन्नई से शुरू करके उनका यह बिजनेस आज दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में फैल चुका है। हर दिन सौ से ज्यादा उनके पास ऑर्डर आ रहे हैं। इससे हर महीने तीन से चार लाख रुपए उनकी कमाई हो रही है।

उन्होंने अगस्त 2018 में तीन तरह की चटनी तैयार की। सबसे पहले उसे अपने बच्चों को चखाया। उन्हें यह चटनी पसंद आई। उसके बाद उन्होंने एक कंटेनर में पैक करके कुछ रिश्तेदारों के पास चटनी भेज दी। यह सबकुछ उन्होंने ऐसे ही ट्राय किया था। बिजनेस उनका मोटिव नहीं था, लेकिन जब लोगों ने उनकी चटनी की तारीफ की और फिर से इसकी डिमांड की, तब उन्हें लगा कि इसे उन्हें कमर्शियल लेवल पर भी शुरू कर सकते हैं।

कुछ ऐसा काम करो जिससे लोगों को कुछ बेहतर दे पाओ, लोगों को कुछ अच्छी चीजें मिल सकें


मार्केटिंग के लिए जगह-जगह स्टॉल लगाए, सोशल मीडिया की मदद भी ले

सोनम और अजय अभी दो दर्जन से ज्यादा वैरायटी के प्रोडक्ट की मार्केटिंग कर रहे हैं।

शुरुआत में हमें मार्केट में जगह बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई लोग मार्केटिंग के लिए और अपने दुकान पर प्रोडक्ट रखने के लिए कमीशन की मांग करते है। सोशल मीडिया बिजनेस को आगे बढ़ाने में बहुत सहायता करता है। अलग-अलग मौकों पर शहर में कई जगह स्टॉल लगाकर भी अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग कर सकते है। इससे लोगों के बीच प्रोडक्ट की पहचान बनी और लोग हमें जानने लगते है। इसके साथ ही उन्होंने चेन्नई के कई बड़े स्टोर्स में अपने प्रोडक्ट रखवाए। इस तरह उनका दायरा बढ़ता गया। अभी उनके प्रोडक्ट अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसे कई बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं। हाल ही में उन्होंने खुद की भी वेबसाइट लॉन्च की है। जहां से कस्टमर्स अपने ऑर्डर कर सकते हैं।


लोगों की डिमांड के मुताबिक प्रोडक्ट तैयार करना

सोनम बताती हैं कि हमने अपने स्टार्टअप की शुरुआत तीन तरह की चटनी के साथ की थी, लेकिन जैसे-जैसे लोग अलग-अलग वैरायटी की डिमांड करते गए, वैसे ही हम प्रोडक्ट भी बढ़ाते गए। अभी हम करीब दो दर्जन वैरायटी के प्रोडक्ट तैयार कर रहे हैं। इसमें अचार, मसाला पाउडर और चटनी की 20 से ज्यादा वैरायटी हैं। ये सभी प्रोडक्ट सोनम खुद तैयार करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने पांच महिलाओं भी उनके काम में हांथ बंटाती हैं और पैकेजिंग का काम करती हैं।

उन्होंने नॉर्थ इंडियन के लिए अलग कैटेगरी बनाई है और साउथ इंडियन के लिए अलग कैटेगरी बनाई है। जिसे जो पसंद है, वो उसके मुताबिक ऑर्डर कर सकता है। वो किसी तरह के केमिकल या प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल नहीं करते हैं। अपने प्रोडक्ट के लिए रॉ मटेरियल भी उन्हीं लोगों से खरीदते हैं जो बेहतर सामान देते हैं। ज्यादातर प्रोडक्ट वे महिला समूहों द्वारा तैयार किया गया ही इस्तेमाल करते हैं, ताकि उन्हें भी कुछ आमदनी हो सके।


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